Thursday, 3 August 2017

८ महिन्याचा बाळाचा आहार तक्ता ( फूड चार्ट)

८ महिन्याचा बाळाचा आहार तक्ता ( फूड चार्ट)


बाळाचा आठवा महिना पालकांसाठी फारच आश्चर्यकारक असू शकतो. तो लहानसा जीव स्वतःच इवलसं  शरीर उचलून जेव्हा आपल्या हातातला चमचा हिसकावू पाहतो, तेव्हा आपण समजायचा कि त्याला  स्तनपानाचा  कंटाळा आलेला आहे आणि आता  चिमुकल्यासाठी आईने नवीन आहार सुरु करायची हिच योग्य वेळ आहे.

सोमवार

सॉरी चिमुकल्यानो! तुम्ही आता आईच्या दुधाला जरी कंटाळला असाल, तरी ती अशी गोष्ट आहे जी तुम्ही सध्यातरी  बुडवू शकत नाही. म्हणूनच तुमचा नाष्टा म्हणजे, पोटभर स्तनपान होय. नाष्टा झाल्यावर काही वेळाने, पण जेवणाआधी बाळाला त्याचा आवडीप्रमाणे गाजर किसून (कुस्करून) अथवा शिजवून द्यावे. जेवणामध्ये मुगाचा डाळीची खिचडी, त्यानंतर संध्याकाळी स्तनपान. रात्री एकदा पुन्हा कुस्करलेले गाजर अथवा उकडलेला बटाटा द्यावा, आणि झोपताना पुन्हा एकदा स्तनपान देऊन बाळाला झोपवावे.

मंगळवार

मंगळवारची सुरवात बाळाला उठल्यावर व नाष्ट्याच्या वेळी स्तनपान देऊन करावी. नाष्टा झाल्यावर काही वेळाने, बाळाला किसलेल्या सफरचंदाची चव चाखावावी. जेवणामध्ये त्याला भाज्यांचा सूप पाजावा. त्यानंतर संध्यकाळच्या थोडं आधी बाळाला स्तनपान द्यावे. रात्री बाळाला वेगवेगळ्या शिजवलेल्या भाज्या कुस्करुन द्याव्या. दिवसाचा शेवट बाळाला स्तनपान देऊन करावे.

बुधवार  

दिवसाची सुरवात स्तनपानाने करायची असा नियमच करावा. आता बाळाचा जेवणात अंडे सहभागी करण्याची उत्तम वेळ आहे. बाळाला उकडून कुस्करून  बारीक केलेलं अंडे जेवणाआधी खाऊ घालावे. दुपारच्या जेवणात  बाळाला, मऊ शिजलेलं  साधं वरण आणि भात खाऊ घालावा. संध्याकाळी स्तनपान व जेवणासाठी बाळाला गव्हाची लापशी खाऊ घालावी. स्तनपान देऊन बाळाला झोपवावे.

गुरुवार

दिवसाची सुरवात व नाष्टा स्तनपानाने झाल्यानंत्तर, बाळाला कुस्करलेला टोफू खाऊ घालावा. जेवणासाठी शिजवून कुस्करलेले चणे व शिजवून मऊ भाज्या पातळसर करून द्याव्यात. संध्याकाळी त्याला सफरचंदाची लापशी  खाऊ घालावी. बाळाला संध्यकाळाच्या  जेवणाआधी  व  रात्री अगदी झोपताना  स्तनपान  देण्यास विसरू नये

शुक्रवार

पुन्हा एकदा दिवसाची सुरवात व नाष्टा स्तनपान देऊन करावी. आज आपल्या बाळाला पोळीच्या लहान लहान तुकडे करून त्या बरोबर  मस्त लोण्याची चव चाखावावी.  भाज्यांचं  सुप व मुगाची खिचडी हे समीकरण आजच्या जेवणासाठी उत्तम असेल. तसेच त्यानंतर काही वेळाने स्तनपान देऊन संध्याकाळी केळी आणि ओट्सची लापशी द्यावी. बाळाला नियमांप्रमाणे जेवणाआधी व झोपण्याआधी स्तनपान द्यावे.

शनिवार

अरे वा! शनिवार आला. आठवडा आता संपणार.आज चिमुकल्यांच्या दिवसाची सुरवात , सफरचंदाचं  अथवा गाजराचं  सूप पाजून उत्साहपूर्ण करा. नक्कीच सूप स्तनपान नंतर थोड्या वेळाने पाजावं. जेवणासाठी टोमॅटोची आमटी आणि मऊ भात खाऊ घालावा.  संध्याकाळी स्तनपान देण्याआधी चांगलाच दोन- तीन  तास वेळ जाऊ दया . रात्रीचा जेवणात बाळला   मऊ इडली सध्या आमटीमध्ये  कुस्करून खाऊ घाला आणि झोपण्याआधी स्तनपान देण्यास विसरू नका

रविवार

सुरवात बाळाला उठल्यावर  स्तनपान देऊन करावी व त्यानंतर थोडा वेळ जाऊ दिल्या नंतर घरी विरजण घालून केलेल्या आदमोऱ्या दह्यामध्ये थोडी साखर घालून ते बाळाला त्याची चव दयावी. आज बाळाला जेवणासाठी  दलिया खिचडी खावू घालून बघा व त्यानंतर थोड्या वेळाने  स्तनपान द्या. रात्रीचा जेवणासाठी बाळाला रव्याची किंवा सफरचंदाची लापशी द्यावी, आणि झोपण्याआधी स्तनपान द्यावे.

सर्व मातांनी लक्षात घ्या कि प्रत्येक बाळाची आहार क्षमता वेगवेगळी असते. जर आपल्या बाळाचं  पोट पाच – सहा वेळी खाल्ल्यानंतर भरत असेल, तर त्यात अनैसर्गिक आणि काळजी करण्यासारखं काही नाही. आहारात नव -नवीन पदार्थांचा सहभाग केल्याने बाळाला वेगवेगळ्या चवींची जाणीव होईल.आहारातील या बदलांमुळे बाळाला त्या पदार्थाचा आकार, चव  यांमधील  वेगळेपण  जाणवायला लागेल व विविध पदार्थ खाण्याची सवय त्याला लागेल. परंतु जर एखादा पदार्थ खाल्यानंतर दरवेळी बाळ सारखं उलटी करत असेल किंवा त्याला जुलाब होत असेल तर त्यावेळी वैद्याचा सल्ला घ्यावा  

Wednesday, 5 July 2017

हेयरस्टाइलिस्ट असगर साबू बता रहे हैं 8 ऐसे टिप्स, जिनको अपनाकर आप बारिश के मौसम में भी बालों की सुंदरता कायम रख सकती हैं

हेयरस्टाइलिस्ट असगर साबू बता रहे हैं 8 ऐसे टिप्स, जिनको अपनाकर आप बारिश के मौसम में भी बालों की सुंदरता कायम रख सकती हैं

बारिश के मौसम में बालों में कई समस्याएं पैदा हो जाती हैं, जैसे बालों का टूटना, डैंड्रफ और बेजान होना, क्योंकि बारिश का पानी बालों के लिए अच्छा नहीं होता है। उमस भरा यह मौसम हर प्रकार के बालों के लिए समस्याएं लेकर आता है। इस मौसम में बालों के प्रति की गई जरा सी अनदेखी, बालों की सुंदरता को नष्ट कर देती है, इसलिए जरूरी है कि मानसून में बालों की उचित देखभाल करें और पोषण दें। साथ ही कुछ सरल और असरकारी उपायों का प्रयोग करें, ताकि इनकी चमक बनी रहे और बारिश की बूंदों में भी आपके बाल लहराते रहें। 

1. एलोवेरा जैल लगाएं

प्राकृतिक तरीके से त्वचा और बालों की देखभाल करने के मामले में एलोवेरा को एक जादुई पौधा माना जाता है। एलोवेरा डैंड्रफ, दो मुंहे बाल और बाल झडऩे जैसी समस्या के उपचार का आसान तरीका है, खासकर मॉनसून के मौसम में बारिश के पानी से बालों में बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं और बालों की जड़ें कमजोर हो जाती है। ऐसे में ऐलोवेरा जैल इन सभी समस्याओं से छुटकारा दिलाता है और डैंड्रफ को दूर रखता है, जिससे बालों में वृद्धि होती है और बाल खूबसूरत एवं स्वस्थ नजर आते हैं। टिप- बालों की फुलर व थिकर ग्रोथ के लिए सप्ताह में एक बार रात में पूरे बालों में एलोवेरा जैल लगा कर छोड़ दें और सुबह बालों को धो लें।

 

2. बालों में तेल लगाएं और हाइड्रेट करें

 

तेल एक और जादुई उपचार है। अपने बालों में हफ्ते के अंत में या हफ्ते में दो बार गर्म तेल की मसाज करें, क्योंकि बारिश में सिर की त्वचा में खुजली होने लगती है और पपड़ी जम जाती है। तेल से मसाज करने के कुछ समय बाद बाल धोने से इस समस्या से छुटकारा मिलता है और बाल पहले से बेहतर हो जाते हैं। अगर आपको तेल से मसाज करना पसंद नहीं है, तो आप हेयर मास्क या अन्य उपचार भी कर सकती हैं। टिप- मसाज के लिए बहुत थोड़े से गर्म तेल का इस्तेमाल करें क्योंकि यह लम्बे समय तक आपको फायदा देगा। और बाल धोते समय तेल निकालने में परेशानी नहीं होगी। सिर की मसाज अपनी उंगलियों से हल्के-हल्के करें, इसके बाद माइल्ड शैंपू का इस्तेमाल करें। ऐसा करने से बाल मुलायम व सुंदर हो जाते हैं। 

 

3. गीले बालों में कंघी ना करें

जब बाल  गीले होते हैं तो ये ज्यादा टूटते हैं। इससे बचने के लिए बालों को सुखाएं और पूरी तरह से सूखने के बाद मोटी कंघी से बाल बनाएं। गीले बालों में भूलकर भी कंघी न करें।

 

टिप- मॉनसून के मौसम में ड्रायर जैसे उपकरणों का इस्तेमाल ना करें क्योंकि यह बालों को और भी सूखा बना देगा। आप ठंडे पानी और कोल्ड ब्लो ड्राई का इस्तेमाल करें, इससे आपके बालों में चमक बढ़ जाएगी। 

 

4. ज्यादा उत्पादों का इस्तेमाल ना करें

 

बहुत अधिक स्टाइलिंग उत्पाद जैसे- जैल या मूज का इस्तेमाल करने से वह उत्पाद आपके बालों में इकट्ठा होकर, क्लम्पस बना देता है इसलिए इन उत्पादों का बहुत अधिक इस्तेमाल ना करें और कोशिश करें कि बारिश के पानी से भीगे बालों को अच्छे से धोएं।

 

टिप- ऐसे हेयर उत्पादों का इस्तेमाल करें, जिसमें पेराबेन्स और सल्फेट की मात्रा कम हो और आपके बालों को अधिक क्षति ना पहुंचे। मॉनसून के मौसम में अपने बालों को बांधना सही नहीं होता क्योंकि बांधने से बारिश का पानी बालों में रुक जाता है, जिससे बाल और भी अधिक टूटने लगते हैं। अपने बालों को लूज छोड़ें, जूड़ा या ढीली सी चोटी बना लें, जिससे आपके बाल नमी और उलझने से बचे रहें।

 

5. सीरम का इस्तेमाल

मॉनसून के मौसम में हवा में नमी की मात्रा बढ़ जाती है, जिसके कारण बाल बहुत फ्रिजी हो जाते हैं। बहुत बार ऐसा होता है कि बारिश से बाल गीले होने पर हम उन्हें हमेशा नहीं धोते और केवल तौलिए से पोंछ लेते हैं, जिससे बाल और भी फ्रिजी हो जाते हैं। इससे बचने के लिए एक अच्छे सीरम का इस्तेमाल करें, जो आपके बालों को ऐसे मौसम में मॉइश्चराइज रखेगा।

 

टिप- जब आपके बाल गीले हो तब उनमें हल्के हाथ से एंटी फ्रिज सीरम लगाएं, जिससे मॉइश्चर बालों में लॉक हो जाए और आपके बालों में सुंदर चमक आ जाए। अगर आप बारिश के मौसम में बालों की देखभाल के लिए इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखेंगी तो मौसम का असर आपके बालों को किसी भी प्रकार से नुकसान नहीं पहुंचाएगा और आपके बालों की सुंदरता बनी रहेगी।

 

6. सही शैम्पू का इस्तेमाल करें

 

मानसून के दौरान शैम्पू का इस्तेमाल अधिक होता है। उमस भरा मौसम बालों को हल्का नम कर देता है, जिसके कारण उसमें गंदगी इकट्ठी हो जाती है, जिसकी सफाई शैम्पू से संभव है। इससे बाल स्वच्छ और स्वस्थ दिखने लगते हैं इसलिए बालों की प्रकृति के अनुरूप शैंपू का चुनाव करें जैसे- सूखे बालों पर मिल्क क्रीम से युक्त एवं हल्के कंडीशनर वाले शैम्पू का इस्तेमाल करना चाहिये, इससे सिर तथा बालों में नमी बरकरार रहती है और बाल नर्म एवं चमकदार बन जाते हैं। जबकि तैलीय बालों वाले लोगों को जेल आधारित शैम्पू तथा बीयर जैसे प्राकृतिक कंडीशनर्स का इस्तेमाल करना चाहिये। अनेक लोग बरसात के दौरान बहुत अधिक बालों के क्षय का अनुभव करते हैं, इसके लिये त्वचा रोग विशेषज्ञ द्वारा सलाह दिए गए शैम्पू का इस्तेमाल करना चाहिये, जिससे सिर में समुचित रक्त आपूर्ति हो सके और बालों का गिरना कम हो जाए।

 

7. चमक के लिये कंडीशनर का इस्तेमाल करें

चूंकि इस मौसम में बाल तेजी से नम होने लगते हैं, इसलिये मानसून के इस मौसम में आपको एक कंडीशनर का इस्तेमाल करना जरूरी है। अपने बालों में कंडीशनर करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि बालों के छोटे-छोटे हिस्से करके उस पर हल्के कंडीशनर का इस्तेमाल किया जाए।

 

8. स्वस्थ आहार ग्रहण करें

आपके बाल आपके खान-पान के स्तर को प्रतिबिंबित करते हैं इसलिए अपने खान-पान का ध्यान रखें। प्रोटीन और आवश्यक फैटी एसिड्स (मछली, अंड़े, चना, समूचे अनाज इत्यादि) से युक्त उत्तम आहार का सेवन करें। ये आहार न सिर्फ आपके बालों को समय से पहले सफेद होने से बचाते हैं, बल्कि बालों की लंबाई को बढ़ाने के साथ ही बालों की जड़ों को भी स्वस्थ एवं सशक्त बनाते हैं।

Thursday, 18 May 2017

🕉🙏💎💎💎💎💎🙏🕉 *हम ओर हमारी भोजन प्रक्रिया* *ये जानना बहुत जरुरी है.!*

🕉🙏💎💎💎💎💎🙏🕉

*हम ओर हमारी भोजन प्रक्रिया*
*ये जानना बहुत जरुरी है.!*

*डॉ. जे. सी. सोनी*
*💎ऐस्ट्रोजेम्स💎*
*कंसलटेंट फिजीशियन*
     *Reg.no.6714(Bhopal)*

हम पानी क्यों ना पीये खाना खाने के बाद.!
क्या कारण है.?
हमने दाल खाई,
हमने सब्जी खाई,
हमने रोटी खाई,
हमने दही खाया,
लस्सी पी, दूध, दही, छाझ, लस्सी, फल आदि.!
ये सब कुछ भोजन के रूप मे हमने ग्रहण किया
ये सब कुछ हमको उर्जा देता है
और पेट उस उर्जा को आगे ट्रांसफर करता है.!
पेट मे एक छोटा सा स्थान होता है
जिसको हम हिंदी मे कहते है "अमाशय"
उसी स्थान का संस्कृत नाम है "जठर"
उसी स्थान को अंग्रेजी मे कहते है
"epigastrium"
ये एक थेली की तरह होता है
और यह जठर
हमारे शरीर मे सबसे
महत्वपूर्ण है
क्योंकि सारा खाना सबसे पहले इसी मे आता है।
ये बहुत छोटा सा स्थान हैं
इसमें अधिक से अधिक 350gms खाना आ सकता है.!
हम कुछ भी खाते
सब ये अमाशय मे आ जाता है.!

आमाशय मे अग्नि प्रदीप्त होती है

उसी को कहते हे "जठराग्न".!
ये जठराग्नि है
वो अमाशय मे प्रदीप्त होने वाली आग है ।
ऐसे ही पेट मे होता है
जेसे ही आपने खाना खाया
की जठराग्नि प्रदीप्त हो गयी..t
यह ऑटोमेटिक है,
जेसे ही अपने रोटी का पहला टुकड़ा मुँह मे डाला
की इधर जठराग्नि प्रदीप्त हो गई.!
ये अग्नि तब तक जलती हे जब तक खाना' पचता है |

अब अपने खाते ही
गटागट पानी पी लिया
और खूब ठंडा पानी पी लिया.r

और कई लोग तो बोतल पे बोतल पी जाते है.!

अब जो आग (जठराग्नि) जल रही थी
वो बुझ गयी.!
आग अगर बुझ गयी
.तो खाने की पचने की जो क्रिया है
वो रुक गयी.!
You suffer from IBS,
Never CURABLE

अब हमेशा याद रखें
खाना जाने पर
हमारे पेट में दो ही क्रिया होती है,
एक क्रिया है
जिसको हम कहते हे
"Digestion"
और दूसरी है "fermentation" फर्मेंटेशन का मतलब है
सडना...!
और
डायजेशन का मतलब हे
पचना.!

आयुर्वेद के हिसाब से आग जलेगी
तो खाना पचेगा,
खाना पचेगा
तो उससे रस बनेगा.!
जो रस बनेगा
तो उसी रस से
मांस, मज्जा, रक्त, वीर्य, हड्डिया, मल, मूत्र और अस्थि बनेगा
और सबसे अंत मे मेद बनेगा.!

ये तभी होगा
जब खाना पचेगा.!

यह सब हमें चाहिए.
ये तो हुई खाना पचने की बात.
अब जब खाना सड़ेगा तब क्या होगा..?

खाने के सड़ने पर
सबसे पहला जहर जो बनता है
वो हे यूरिक एसिड (uric acid)

कई बार आप डॉक्टर के पास जाकर कहते है
की मुझे घुटने मे दर्द हो रहा है,
मुझे कंधे-कमर मे दर्द हो रहा है

तो डॉक्टर कहेगा आपका यूरिक एसिड बढ़ रहा है
आप ये दवा खाओ,
वो दवा खाओ यूरिक एसिड कम करो|
और एक दूसरा उदाहरण खाना

जब खाना सड़ता है,
तो यूरिक एसिड जेसा ही एक दूसरा विष बनता है
जिसको हम कहते हे
LDL (Low Density lipoprotive)
माने खराब कोलेस्ट्रोल (cholesterol)

जब आप
ब्लड प्रेशर(BP) चेक कराने
डॉक्टर के पास जाते हैं
तो वो आपको कहता है (HIGH BP)

हाई-बीपी है
आप पूछोगे...
कारण बताओ.?

तो वो कहेगा
कोलेस्ट्रोल बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ है |

आप ज्यादा पूछोगे
की कोलेस्ट्रोल कौनसा बहुत है ?

तो वो आपको कहेगा
LDL बहुत है |

इससे भी ज्यादा
खतरनाक एक  विष हे
वो है.... VLDL
(Very Low Density Lipoprotive)

ये भी कोलेस्ट्रॉल जेसा ही विष है।
अगर VLDL बहुत बढ़ गया
तो आपको भगवान भी नहीं बचा सकता|

खाना सड़ने पर
और जो जहर बनते है
उसमे एक ओर विष है
जिसको अंग्रेजी मे हम कहते है triglycerides.!

जब भी डॉक्टर
आपको कहे
की आपका "triglycerides" बढ़ा हुआ हे
तो समज लीजिए
की आपके शरीर मे
विष निर्माण हो रहा है |

तो कोई यूरिक एसिड के नाम से कहे,
कोई कोलेस्ट्रोल के नाम से कहे,
कोई LDL -VLDL के नाम से कहे
समझ लीजिए
की ये विष हे
और ऐसे विष 103 है |

ये सभी विष
तब बनते है
जब खाना सड़ता है |

मतलब समझ लीजिए
किसी का कोलेस्ट्रोल बढ़ा हुआ है
तो एक ही मिनिट मे ध्यान आना चाहिए
की खाना पच नहीं रहा है ,

कोई कहता हे
मेरा triglycerides बहुत बढ़ा हुआ है
तो एक ही मिनिट मे डायग्नोसिस कर लीजिए आप...!
की आपका खाना पच नहीं रहा है |

कोई कहता है
मेरा यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है
तो एक ही मिनिट लगना चाहिए समझने मे
की खाना पच नहीं रहा है |

क्योंकि खाना पचने पर
इनमे से कोई भी जहर नहीं बनता.!

खाना पचने पर
जो बनता है
वो है....
मांस, मज्जा, रक्त, वीर्य, हड्डिया, मल, मूत्र, अस्थि.!

और

खाना नहीं पचने पर बनता है....
यूरिक एसिड,
कोलेस्ट्रोल,
LDL-VLDL.!

और यही
आपके शरीर को
रोगों का घर बनाते है.!

पेट मे बनने वाला यही जहर
जब ज्यादा बढ़कर खून मे आते है !
तो खून दिल की नाड़ियो मे से निकल नहीं पाता
और रोज थोड़ा थोड़ा कचरा
जो खून मे आया है
इकट्ठा होता रहता है
और एक दिन नाड़ी को ब्लॉक कर देता है
जिसे आप
heart attack कहते हैं.!

तो हमें जिंदगी मे ध्यान इस बात पर देना है
की जो हम खा रहे हे
वो शरीर मे ठीक से पचना चाहिए
और खाना ठीक से पचना चाहिए
इसके लिए पेट मे
ठीक से आग (जठराग्नि) प्रदीप्त होनी ही चाहिए|

क्योंकि
बिना आग के खाना पचता नहीं हे
और खाना पकता भी नहीं है

महत्व की बात
खाने को खाना नहीं
खाने को पचाना है |

आपने क्या खाया कितना खाया
वो महत्व नहीं हे.!

खाना अच्छे से पचे
इसके लिए वाग्भट्ट जी ने सूत्र दिया.!

"भोजनान्ते विषं वारी"

(मतलब
खाना खाने के तुरंत बाद
पानी पीना
जहर पीने के बराबर है)

इसलिए खाने के
तुरंत बाद पानी
कभी मत पिये..!

अब आपके मन मे सवाल आएगा
कितनी देर तक नहीं पीना.?

तो 1 घंटे 48 मिनट तक नहीं पीना !

अब आप कहेंगे
इसका
क्या calculation हैं.?

बात ऐसी है....!

जब हम खाना खाते हैं
तो जठराग्नि द्वारा
सब एक दूसरे मे
मिक्स होता है
और फिर खाना पेस्ट मे बदलता हैं.!

पेस्ट मे बदलने की क्रिया होने तक
1 घंटा 48 मिनट का समय लगता है !

उसके बाद जठराग्नि कम हो जाती है.!

(बुझती तो नहीं लेकिन बहुत धीमी हो जाती है)

पेस्ट बनने के बाद
शरीर मे रस बनने की
परिक्रिया शुरू होती है !

तब हमारे शरीर को
पानी की जरूरत होती हैं।

तब आप जितना इच्छा हो
उतना पानी पिये.!

जो बहुत मेहनती लोग है
(खेत मे हल चलाने वाले,
रिक्शा खीचने वाले,
पत्थर तोड़ने वाले)

उनको 1 घंटे के बाद ही
रस बनने लगता है
उनको  घंटे बाद
पानी पीना चाहिए !

अब आप कहेंगे
खाना खाने के पहले
कितने मिनट तक पानी पी सकते हैं.?

तो खाना खाने के
45 मिनट पहले तक
आप पानी पी सकते हैं !

अब आप पूछेंगे
ये मिनट का calculation....?

बात ऐसी ही
जब हम पानी पीते हैं
तो वो शरीर के प्रत्येक अंग तक जाता है !

और अगर बच जाये
तो 45 मिनट बाद मूत्र पिंड तक पहुंचता है.!

तो पानी - पीने से मूत्र पिंड तक आने का समय 45 मिनट का है !

तो आप खाना खाने से*
45 मिनट पहले ही
पाने पिये.!

*👉🏿इसका जरूर पालण करे..!*

*अधिक अधिक लोगो को बताएं.!*
*If you think that*
*It's educating people*
*Then you may spread.*
*It's all upto you.*

🕉🙏💎💎💎💎💎🙏🕉

Saturday, 15 April 2017

THIS IS HOW TO USE COCONUT OIL AND BAKING SODA TO LOOK 10 YEARS YOUNGER


THIS IS HOW TO USE COCONUT OIL AND BAKING SODA TO LOOK 10 YEARS YOUNGER




Coconut oil, or copra oil, is an edible oil extracted from the kernel or meat of mature coconuts harvested from the coconut palm. It has various applications.

Say hello to this natural facial cleanser with coconut oil and baking soda, and say goodbye to wrinkles and sagging facial skin!

In this article we will show you a recipe for an incredible natural face cleanser that will provide deep cleansing of the pores and aid your efforts to remove acne and blackheads.

In addition, this natural combo will help you get rid of dead skin cells, eliminate excess dirt and dust and remove acne, scars and redness.

This natural face cleanser combines two amazingly effective natural ingredients – coconut oil and baking soda.

As we all know, baking soda is a very strong, versatile ingredient that is utilized in many different ways. For instance, people use baking soda to prepare different baked goods, as well as when performing household chores. Baking soda comes in handy when you are in need of a natural polishing or deodorizing product.

In addition, some of them use baking soda as a cleaning product, as a replacement for toxic and harmful commercial cleaners.

What is even more interesting is that baking soda has been used as a beauty product for skin, teeth and hair for a long time.

It provides outstanding results in healing acne because baking soda is an amphoteric compound which means that is has the ability to maintain normal pH levels of your skin and prevent acne.

Coconut oil is helpful too because it has strong moisturizing, healing and antibacterial properties. It is a well-known natural product for preserving and promoting skin health.

BAKING SODA AND COCONUT OIL NATURAL FACE CLEANSE

Prep time: 3 minutesCook time: None

Ingredients:

Two teaspoons of extra virgin coconut oil

One teaspoon of baking soda (free of aluminum).

Instructions:

Take a small bowl, put the ingredients in it and mix them well. You should get a paste. Use this paste directly on the skin and rub the area slowly. After that, leave it for about five minutes.

Next, use warm water to wash the mixture and while you are rinsing massage the area one more time. The coconut oil has ability to hydrate skin thoroughly, so you won’t need to use a moisturizing cream once the procedure is finished.

We hope that this simple natural face cleanser recipe will help your skin. 

Tuesday, 4 April 2017

What is the hardest lesson you've learnt in life?


  • I have learnt that no matter how good you are internally, people will judge you according to your outlook.
  • I have learnt that, no matter what, fair skin is preferred.
  • I have learnt that not everybody who is nice to you, is your friend.
  • I have learnt that your parents are your real treasure. But the sad part is that they won’t be with you forever.
  • I have learnt that if there is a choice between love and money. Most people would choose the latter.
  • I have learnt that time is best healer.
  • I have learnt that no matter what, the only person you can truly rely upon is yourself.
  • I have learnt that attachment hurts.
  • I have learnt that hard work is payed.
  • I have learnt that the one that you were thinking to be your true love, was just playing around with you.
  • I have also learnt that among all the negativity, there are a few people who are selfless and spirited. Don’t let go off the.
  • What are the best one-minute life hacks?


    1. Go to your phone settings
    2. Go to wallpaper
    3. Select change wallpaper
    4. Now it directs you to your gallery.
    5. Chose the prettiest picture of your mom dad together where they are smiling at their best.
    6. Set wallpaper- Done

    How much time did it take-30 secs?
    How is it a life hack?

    1. You wake up every morning - Feeling lonely?- See their smiling face - No more loneliness?
    2. You are feeling depressed with your life, annoyed with your job? - See their smiling faces and how much they love you, feeling like giving up anymore? - No more depression?

    Wednesday, 25 January 2017

    *साप चावल्यावरचा रामबाण उपाय*

    ➖ *साप चावल्यावरचा रामबाण उपाय* ...
    तुम्हाला माहिती असेल की, *साप चावला की त्याच्या
    दोन दातांचे निशान दिसतात. दोन दातांनी तो विष
    मनुष्याच्या शरिरात सोडतो*. ते विष रक्तात
    सोडल्यानंतर ते हृदयापर्यंत जातं त्यानंतर पूर्ण
    शरिरात पोहचतं. साप शरिरावर कुठेही चावला तरी ते
    *विष आधी हृदयापर्यंत जातं* नंतर पूर्ण शरिरात
    पसरतं. *हे विष पूर्ण शरिरात पोहचण्यासाठी
    साधारण तीन तास लागतात* असे मानले जाते.
    (परंतू) ...
    *म्हणजे ज्या व्यक्तीला साप चावलाय तो ३ तास
    तरी मरणार नाही*. जेव्हा मेंदूसह शरिराती सर्वच
    अंगांमध्ये विश पोहचलं तरंच तो व्यक्ती मरण पावतो.
    त्यामुळे तुमच्याकडे *त्या व्यक्तीला वाचवण्यासाठी
    तीन तास आहेत*. या तीन तासात तुम्ही काही करू
    शकाल तर चांगलंच आहे.
    तुम्ही काय करू शकता ? 👍 👍 👍
    ➖ एक मेडिसीन तुम्ही तुमच्या घरात नेहमी ठेवू शकता.
    *हे मेडिसीन होमिओपॅथी असून स्वस्त आहे*. त्याचं
    नाव आहे *NAJA २०० (N A J A )* हे औषध
    कोणत्याही होमिओपॅथी मेडिसीन शॉपमध्ये तुम्हाला
    मिळेल. या औषधाने तुम्ही तब्बल १०० लोकांचा जीव
    वाचवू शकता. आणि याची किंमत केवळ पाच रूपये
    इतकी आहे. ...
    ➖ *NAJA हे औषध जगातील सर्वात खतरनाक
    मानल्या जाणा-या सापाचं विष आहे*. त्या सापाचं
    नाव आहे *क्रॅक*. या सापाचं विष सर्वात घातक
    मानलं जातं. हे विष दुस-या सापाचं विष
    उतरवण्यासाठी कामात येतं. ...
    ➖ *या औषधाचा एक थेंब जीभेवर ठेवा आणि १०
    मिनिटानंतर पुन्हा एक थेंब ठेवा आणि पुन्हा एकदा १०
    मिनिटांनी एक थेंब. तीनदा थेंब टाकून सोडून द्यावे*.
    बस इतके करून त्या व्यक्तीचा जीव वाचवला जाऊ
    शकतो. 👍 👍 👍
    🌹 🙏 मित्रांनो आपल्या गावाकडील मंडळींना नक्की
    शेअर करा 🙏 🌹

    Sunday, 15 January 2017

    *- माझी आई.*.

    *आईचा गर्भ*
          *मला आवडलेली कविता*

    ______________________
    *किती मंद तो प्रकाश तूझ्या गर्भामध्ये होता.*
    ______________________
    *स्वर्गातला तो काळ माझ्या भोवताली होता.*
    _______________________
    *एकटाच मी अन माझं जग तुच होतीस.*
    ________________________
    *या भयान जगापासून मला लपवून तू होतीस.*
    ________________________
    *तूझ्या हृदयाचा आवाज किती मधुर तो होता.*
    ________________________
    *तुझ्या प्रत्येक स्पंदनावर माझा छोटा जीव होता.*
    _________________________
    *तुला मला जोड़नारी एक कोमल दोर आत होती.*
    ________________________
    *तुझी नाळ ती जणू वेल मला लपेटलेली होती.*
    _________________________
    *तुझा आवाज येता ओठ माझे हसायचे.*
    _________________________
    *कान माझे फक्त़ तुझ्या आवाजाला तरसायचे.*
    _________________________
    *तू स्वतःला किती किती जपायचीस.*
    _________________________
    *एक मी जगावं म्हणून तू किती किती मरायचीस.*
    _________________________
    *जन्म मला देताना किती सोसले तू त्रास.*
    _________________________
    *पण मी जगावं फक्त हाच तुझा ध्यास.*
    _________________________
    *गर्भातले ते महीने पुन्हा येणार नाहीत.*
    _________________________
    *पण मी अजूनही तुझ्याशिवाय जगू शकणारच नाही.*

                *- माझी आई.*.
    कविता आवडली तर नक्कीच शेअर का

    Thursday, 12 January 2017

    मुलुंड़......मुलुंड...फक्त मुलुंड

    मुलुंड़......मुलुंड...फक्त मुलुंड
    वो गमीँ यो की शाम
    वो " शनिवार " का जाम.
    वो " सायप्रेस " की हवा.
    वो " स्टेशन रोड " की शाँपीग.
    वो " सिंधी " की पानी पूरी.
    वो " रामलाल " का वडा पाव.
    वो " श्रीराम " की कुल्फ़ी.
    वो " बालराजेश्वर मंदिर " .
    वो " जय गणेश " की मूवी.
    वो " केळकर " M C C " की यादें.
    वो " दोस्तों " का कमीनापण.
    वो " L.B.S " की सडके.
    जहा कितने DIL धङके.
    वो मस्ती की बाते.
    ऐसी है कुछ हमारे " मुलूंड़ " की यादें.
    मुलूंडकर होनेकी जो है मजा. वो दुसरे किसी में नही रे राजा.🙏🙏

    Thursday, 5 January 2017

    karma

    रात के समय एक दुकानदार अपनी दुकान
    बन्द ही कर रहा था कि एक कुत्ता दुकान में आया ..
    ,
    उसके मुॅंह में एक थैली थी, जिसमें सामान की
    लिस्ट और पैसे थे ...
    ,
    दुकानदार ने पैसे लेकर सामान उस
    थैली में भर दिया ...
    ,
    कुत्ते ने थैली मुॅंह मे उठा ली और चला गया ...
    ,
    दुकानदार आश्चर्यचकित होके कुत्ते के पीछे
    पीछे गया ये देखने की इतने समझदार
    कुत्ते का मालिक कौन है ....
    ,
    कुत्ता बस स्टाॅप पर खडा रहा, थोडी देर बाद
    एक बस आई जिसमें
    चढ गया ..
    ,
    कंडक्टर के पास आते ही अपनी गर्दन आगे
    कर दी, उस के गले के बेल्ट में पैसे और
    उसका पता भी था ..
    ,
    कंडक्टर ने पैसे लेकर टिकट कुत्ते के गले के
    बेल्ट मे रख दिया ..
    ,
    अपना स्टाॅप आते ही कुत्ता आगे के दरवाजे पे
    चला गया और पूॅंछ हिलाकर कंडक्टर
    को इशारा कर दिया
    और बस के रुकते ही उतरकर चल दिया ...
    ,
    दुकानदार भी पीछे पीछे चल रहा था ...
    ,
    कुत्ते ने घर का दरवाजा अपने पैरोंसे
    २-३ बार खटखटाया ...
    ,
    अन्दर से उसका मालिक आया और लाठी से
    उसकी पिटाई कर दी ..
    ,
    दुकानदार ने मालिक से इसका कारण पूछा .. ??
    ,
    मालिक बोला .. "साले ने मेरी नींद खराब कर दी,
    चाबी साथ लेके नहीं जा सकता था गधा"
    ,
    ,
    ,
    ,
    जीवन की भी यही सच्चाई है ..
    ,
    आपसे लोगों की अपेक्षाओं का
    कोई अन्त नहीं है ..
    ,
    जहाँ आप चूके वहीं पर लोग बुराई निकाल लेते हैं और पिछली सारी अच्छाईयों को भूल जाते हैं ..
    ,
    इसलिए अपने कर्म करते चलो, लोग
    आपसे कभी संतुष्ट नहीं होएँगे।।
    ,
    अगर दिल को छुआ हो तो शेयर जरूर कीजियेगा
    Must read👌👍

    _*APJ Abdul Kalams's Messages to Start your day Beautifully -*_


    *1. जिदंगी मे कभी भी किसी को*
          *बेकार मत समझना,क्योक़ि*
            *बंद पडी घडी भी दिन में*
              *दो बार सही समय बताती है।*

    *2. किसी की बुराई तलाश करने*
         *वाले इंसान की मिसाल उस*
           *मक्खी की तरह है जो सारे*
            *खूबसूरत जिस्म को छोडकर*
              *केवल जख्म पर ही बैठती है।*

    *3. टूट जाता है गरीबी मे*
          *वो रिश्ता जो खास होता है,*
            *हजारो यार बनते है*
              *जब पैसा पास होता है।*

    *4. मुस्करा कर देखो तो*
          *सारा जहाॅ रंगीन है,*
           *वर्ना भीगी पलको*
              *से तो आईना भी*
                 *धुधंला नजर आता है।*

    *5..जल्द मिलने वाली चीजे*
          *ज्यादा दिन तक नही चलती,*
            *और जो चीजे ज्यादा*
               *दिन तक चलती है*
                *वो जल्दी नही मिलती।*

    *6. बुरे दिनो का एक*
          *अच्छा फायदा*
             *अच्छे-अच्छे दोस्त*
                *परखे जाते है ।*

    *7. बीमारी खरगोश की तरह*
          *आती है और कछुए की तरह*
            *जाती है;*
              *जबकि पैसा कछुए की तरह*
                 *आता है और.खरगोश की*
                 *तरह जाता है ।*

    *8. छोटी छोटी बातो मे*
          *आनंद खोजना चाहिए*
            *क्योकि बङी बङी तो*
              *जीवन मे कुछ ही होती है।*

    *9. ईश्वर से कुछ मांगने पर*
          *न मिले तो उससे नाराज*
           *ना होना क्योकि ईश्वर*
               *वह नही देता जो आपको*
                *अच्छा लगता है बल्कि*
                *वह देता है जो आपके लिए*
                        *अच्छा होता है*

    *10. लगातार हो रही*
            *असफलताओ से निराश*
               *नही होना चाहिए क्योक़ि*
               *कभी-कभी गुच्छे की आखिरी*
               *चाबी भी ताला खोल देती है।*

    *11. ये सोच है हम इसांनो की*
            *कि एक अकेला*
              *क्या कर सकता है*
                 *पर देख जरा उस सूरज को*
               *वो अकेला ही तो चमकता है।*

    *12. रिश्ते चाहे कितने ही बुरे हो*
            *उन्हे तोङना मत क्योकि*
              *पानी चाहे कितना भी गंदा हो*
               *अगर प्यास नही बुझा सकता*
                 *वो आग तो बुझा सकता है।*

    *13. अब वफा की उम्मीद भी*
            *किस से करे भला*
                *मिटटी के बने लोग*
                   *कागजो मे बिक जाते है।*

    *14. इंसान की तरह बोलना*
             *न आये तो जानवर की तरह*
                 *मौन रहना अच्छा है।*

    *15. जब हम बोलना*
             *नही जानते थे तो*
               *हमारे बोले बिना'माँ*'
         *हमारी बातो को समझ जाती थी।*
                *और आज हम हर बात पर*
                     *कहते है छोङो भी 'माँ'*
                      *आप नही समझोंगी।*

    *16. शुक्र गुजार हूँ*
            *उन तमाम लोगो का*
               *जिन्होने बुरे वक्त मे*
                 *मेरा साथ छोङ दिया*
                     *क्योकि उन्हे भरोसा था*
                       *कि मै मुसीबतो से*
                  *अकेले ही निपट सकता हूँ।*

    *17. शर्म की अमीरी से*
             *इज्जत की गरीबी अच्छी है।*

    *18. जिदंगी मे उतार चङाव*
             *का आना बहुत जरुरी है*
              *क्योकि ECG मे सीधी लाईन*
                *का मतलब मौत ही होता है।*

    *19. रिश्ते आजकल रोटी*
            *की तरह हो गए है*
                *जरा सी आंच तेज क्या हुई*
                *जल भुनकर खाक हो जाते।*

    *20. जिदंगी मे अच्छे लोगो की*
            *तलाश मत करो*
              *खुद अच्छे बन जाओ*
                *आपसे मिलकर शायद*
                   *किसी की तालाश पूरी हो।*

    Monday, 2 January 2017

    true love

    When you hurt by the person who is very close to you,
    Do fight with him / her...
    Because sometimes fight saves relation..
    But
    Being silent just increases gaps....😐😐😐😐